Saturday 5 December 2015

NAMO Govt at full speed

किसी ने सच ही कहा है कि - "चमगादड़ों के कैसे अच्छे दिन? दिन अच्छे हों या बुरे चमगादड़ों को तो उल्टा ही लटकना है"।

1. विगत 10 वर्षों से मोबाइल, टीवी, फ्रिज से लेकर बच्चों के खिलौने तक चीन से आ रहे हैं, आज पहली बार SONY अपनी BRAVIA SERIES के टीवी भारत में बनाने जा रहा है (चेन्नई में कारखाना ), XIAOMI, MOTOROLA, APPLE, FOXCONN इत्यादि कम्पनियां भारत में प्रोडक्शन शुरू कर रही हैं। (XIAOMI ने तो अपना पहला Made In India मोबाइल बाजार में उतार भी दिया है)। BMW जैसी LUXURY कार निर्माता कम्पनी भी भारत में प्लांट लगा रही है। MERCEDES जर्मनी के बाहर अपना पहला कारखाना खोल रही है ( कर्णाटक में), VOLVO ने कर्णाटक में अपना सन्यंत्र स्थापित किया और आगामी 6 महीनों में इस सन्यंत्र में निर्मित बसें यूरोप को निर्यात होने लगेंगी।

2. जो देश सदैव रक्षा उपकरणों का आयात करता हो, उस भारत ने विगत एक वर्ष में वियतनाम, अफ्रीकन कन्ट्रीज, समेत कई देशों को रक्षा उपकरण निर्यात करना शुरू कर दिया हो (Today we are even exporting BULLETPROOF Vests to UK, BRAHMOS to VIETNAM).

3. आज यमन से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए US, EUROPE के देश भारत से सहायता माँगते हैं, यह शायद 26 मई 2014 से पहले किसी ने सोंचा भी नहीं होगा???

4. जिस देश को SOFT STATE कहा जाता था, वही भारत आज तजाकिस्तान, मॉरिशस में अपने सैन्य अड्डे बना रहा है। वर्षों से चीन पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट को मिलिट्री यूज़ के लिए develop कर रहा है, सिर्फ 1 वर्ष में चीन को tackle करने के लिए भारत ने ईरान का चाहबर पोर्ट develop किया।

5. जो देश सदैव CEASEFIRE VIOLATION को लेकर UN जाता था, आज उसी देश की शिकायत पाकिस्तान UN से कर रहा है।

6. 1947 के बाद पहली बार भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान से यदि कश्मीर पर बात होगी तो सिर्फ POK पर होगी।

7. आजतक हमने सदैव भारत में पाकिस्तानी झंडे लहराते हुए देखे थे, परन्तु आज पहली बार पाकिस्तान के बलूचिस्तान और POK में भारतीय तिरंगा लहराया जा रहा है। यदि आपके लिए ये अच्छे दिन नहीं हैं तो, विश्वास करिये आपके अच्छे दिन कभी नहीं आ सकते। एक बात और जो हराम की खाते हैं वो कांग्रेस के गुण गाते हैं ( आपिये तो हैं ही कांग्रेस की नाजायज औलाद) हमारे प्रधान मंत्री की विदेश यात्राओ के बारे में बहुत कुछ कहा गया है और कहा जा रहा है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की 30 विदेश यात्राओ जो की उन्होंने 18 महीने के कार्यकाल में की उसके बावजूद निर्यात में बहुत बड़ी 44.89% की कमी आई। लेकिन एक सन्देश, जो की फेस बुक पर अदिति कपूर ने इंग्लिश भाषा में दिया है, बहुत ही तेजी से फ़ैल रहा है, उसे आपको पड़ना चाहिए। उस फेस बुक सन्देश ने मीडिया को एक पक्षीय बताया है और कहा की मुख्य पंक्ति के मीडिया जानबूझ कर भा ज पा की उपलब्धियों को नजरअंदाज कर रहे है। उस सन्देश को मैं आपके लिए यहाँ पर हिंदी में लाया हूँ पढ़िये: " ये पहले प्रधानमंत्री है जिनकी आलोचना इस बात के लिए की जारही है क्योकि वो बहुत अधिक कार्य कर रहे है। मैं कुछ दिनों से देख रहा हूँ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओ पर चुटकुले बनाये जा रहे है।

और सभी लोग ये जानने के लिए उत्सुक है की नरेंद्र मोदी इतनी विदेश यात्रा क्यों कर रहे है, भारत को क्या हासिल हो रहा है उनकी इन विदेश यात्राओ से? कुछ छुपा कर रखी गई ( क्योंकि मुख्य समाचार पत्रो और टेलीविज़न चैनलो ने जानबूझ कर नहीं छपा और प्रसारित किया) उपलब्धियां मैं निचे दे रहा हूँ:

1. भा ज पा सरकार सऊदी अरबिया सरकार को इस बात के लिए मना पाई की वो कच्चे तेल पर "ऑन टाइम डिलीवरी 1 प्रीमियम चार्ज" ना लगाये। इस बात का समझोता हमारे युवा तेल मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सऊदी अरब की यात्रा के दौरान किया। इस समझोते की वजह से देश की हज़ारो करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत हुई...

2. भारत 4 जल विद्युत् पॉवर प्लांट और बांध भूटान में बनाएगा। भारत को बहुत बड़ा हिस्सा इस ग्रीन ऊर्जा का मिलेगा इन योजनाओ से...

3. भारत नेपाल का सबसे बड़ा बाँध बनाएगा ( चीन इस प्रोजेक्ट को पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा था) भारत को उस बांध से जो बिजली बनेगी उसका 83 % मुफ़्त में मिलेगी

4. जापान से भारत के सम्बन्ध प्रगाढ़ हुए और जापान सरकार ने भारत में 30 अरब डॉलर दिल्ली - मुम्बई इन्वेस्टमेंट कॉरिडोर परियोजना में लगाने का समझोता किया।

5. विएतनाम से कूटनीतिक सम्बन्ध बडाये और विएतनाम ने भारत की तेल कंपनी ONGC Videsh से तेल खोजने का समझोता किया ( UPA इस समझोते को चीन के दबाव में करने को तैयार नहीं थे)

6 USA के बैन के बावजूद भारत द्वारा ईरान से तेल का अधिक आयात। ईरान हमें भारतीय मुद्रा में तेल का निर्यात करेगा। जिससे हम विदेशी मुद्रा बचा पाऐगे। साथ ही हम डॉलर के उतार चढाव के प्रभाव से बचेगे। भारत को चबहार बंदरगाह के निर्माण का आर्डर मिला है जो की पाकिस्तान को घेरने के लिए सैनिक द्ृष्टि से महत्वपूर्ण है। क्योकि इससे हमारी जल सेना के पोत को उस बंदरगाह में प्रवेश की अनुमति होगी।

7. नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी अब्बोट को भारत को यूरेनियम सप्लाई करने को मना पाये। अब ऑस्ट्रेलिया भारत को विद्युत् उत्पादन के लिए यूरेनियम की सप्लाई करेगा।

8. चीन की और झुकाव वाले राष्ट्रपति राजापक्से श्रीलंका में चुनाव हार गए। ताजा CIA की रिपोर्ट में इसमें भारतीय गुप्तचर एजेंसी का महत्वपूर्ण रोल बताया है। याद करिये UPA सरकार ने हम्बनटोटा बंदरगाह की परियोजना को चीन को जाने दिया था। इस परियोजना से आज चीन ने हाथ खेच लिए है। और आज ये परियोजना भारत के प्रोजेक्ट प्रबंधक देख रहे है...

9. चीन का ट्रेड घाटा बढ़ रहा था, नरेंद्र मोदी ने चीन को मजबूर किया के एंटी डंपिंग लगाई जाएगी। इस वजह से चीन भारत में पैसे लगाए।
चीन 20 अरब की इन्वेस्टमेंट के लिए कह चूका है।

10. सुरक्षा मामलो पर - अजित डोवाल को अपनी टीम में जोड़ने का निर्णय नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णयो में अच्छे निर्णयो में से एक है। आप देखिये हाल ही में अमेरिका के पेंटागन, इजराईल, जापान से टाई- अप किये गए। हमने आंतकी नाव को समुन्दर में ही रोक लिया। अजित डोवाल के शब्द .." किसी भी प्रकार का मुम्बई जैसा हमला यदि पाकिस्तान ने किया तो पाकिस्तान बलूचिस्तान को हार जाएगा"। ये वो निवारण की भाषा है जो मैं भारतीय सुनना पसंद करूँगा। हम कभी भी पहले हमला नहीं करेगे, पर यदि आप हमला करोगे तो हम अब दूसरा गाल आगे नहीं करेगे।

11. भारत ने उत्तर पूर्व चीन बॉर्डर पर रोड निर्माण कार्य की अनुमति दी। याद करिये UPA कार्यकाल में चीन के विरोध के कारण एसियन डेवलपमेंट बैंक ने पैसा देने से इनकार किया था इस काम के लिए। और UPA सरकार ने इस फ़ाइल को पर्यावरण मंत्रालय में रोकलिया था। किसी ने इसके कारण भारतीय सेना पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के के बारे में कुछ नहीं सोचा था।

12. भारत सरकार यमन के युद्ध क्षेत्र से ना केवल 4500 से ज्यादा भारतीयो को बल्कि 41 अलग अलग देश के नागरिको को सुरक्षित निकाल पाई। इससे हमारे देश का नाम विश्व में उन देशो की लिस्ट में सर्वोच्च स्थान पर पंहुचा जो रेस्क्यू मिशन में हिस्सा लेते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब के राजा सलमान से खुद बात करके भारतीय वायुसेना को सुरक्षित उड़ान की अनुमति दिलवाई। ध्यान रहे सऊदी अरब ने ही यमन पर हमला बोला था। और यमन का वायु क्षेत्र को वायु यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। इस बातचीत की वजह से हमें कुछ घंटो की सुरक्षित उड़ान की अनुमति मिली।

ये जानते है किसने प्रबंध किया? अजित डोवाल, सुषमा स्वराज और जनरल वी के सिंह ने। क्या आपने कभी पहले किसी मंत्री को इन सब कार्यो में जिनमे हज़ारो करोड़ का सौदा ना हो लिन होते देखा है? जरा अनुमान लगाए जिनको इस कार्य द्वारा बचाया गया क्या उनका धर्म देखा गया? लेकिन इसको कोई धर्मनिरपेक्ष मानेगा?

13. भारतीय वायु सेना को मजबूती देने के लिए नरेंद्र मोदी ने राफेल लड़ाकू विमान के लिए फ्रांस से समझोता किया। और 36 विमान जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी देने को कहा। बिना किसी एजेंट के हुआ ये समझोता। बहुत ही अच्छे मूल्य पर। बिना किसी कमीशन के।

14. 42 सालो बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री ने कनाडा यात्रा की जो की किसी मीटिंग अटेंड करने के लिए नहीं थी बल्कि वो एक राजनियिक यात्रा थी, एक द्विपक्षीय समझोते में भारत ने कनाडा से यूरेनियम सप्लाई करने का समझोता किया। कनाडा भारत को अगले 5 साल भारतीय परमाणु ऊर्जा के रिएक्टर को यूरेनियम सप्लाई करेगा। ये भारत की बिजली की समस्या के निदान में एक महत्वपूर्ण मदद होगी।

15. कनाडा ने भारतीय यात्रियों के लिए " ऑन arrival वीसा" की अनुमति दी।

16. अभी हाल ही तक भारत लगभग भिखारियो की तरह रूस व अमेरिका से नुक्लेअर रिएक्टर खरीद रहे थे। ये देश हमारे द्वारा इन रिएक्टर के प्रयोग को संदेह की दृस्टि से देखते थे। इसलिए जो उनको सही लगता था वो हमें मिलता था। अब नरेंद्र मोदी ने फ्रांस को राजी किया और फ्रांस भारत में ही उत्तम तकनिकी द्वारा नुक्लेअर रिएक्टर बनाएगा। ये भारत में ही बनाओ योजना के तहत एक भारतीय कंपनी की साझेदारी में होगा।

17. 26 जनवरी की अमेरिका यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी ने बराक ओबामा को नुक्लेअर फ्यूल ट्रैकिंग के नियम को छोड़ने के लिए राजी किया। उत्तरदायित्व के नियम को सुलझाया जिसकी वजह से 16 नुक्लेअर रिएक्टर पॉवर प्रोजेक्ट के रस्ते खुल गए। क्या ये सब भारत की तरक्की के लिए काफी काम नहीं है? ये जो बिका हुआ मीडिया है ये जानकारी आप तक कभी नहीं पहुचाएगा...

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